कुण्डली के अनुसार इष्ट देव

पंचम भाव का स्वामी ही आपका इष्ट देव होता है I इष्ट देव की पूजा – अर्चना करना हमेशा शुभ फलदायक होती है I

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1. मेष लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • मेष लग्न की कुंडली में पंचम भाव में सिंह राशि आती है I
  • सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव बनते है I
  • इसलिए मेष लग्न के जातक के इष्ट देव सूर्य देवता बन गए I
  • सूर्य देवता की पूजा – अर्चना इस लग्न में शुभ फलदायक होती है I

2. वृष लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • वृष लग्न में पंचम भाव में कन्या राशि आती है I
  • कन्या राशि के स्वामी बुध देव होते हैं I
  • इसलिए वृष लग्न के जातक के इष्ट देव बुध देव बन गये I
  • बुध देवता की पूजा – अर्चना वृष लग्न वालों के लिए शुभ फलदायी होती है

3. मिथुन लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • मिथुन लग्न में पंचम भाव में तुला राशि आती है I
  • तुला राशि के स्वामी शुक्र देव होते हैं I
  • शुक्र देवता मिथुन लग्न वालों के इष्ट देव बन गए I
  • शुक्र देवता की आराधना करना मिथुन लग्न वाले जातकों के लिए शुभ फलकारी है I

4. कर्क लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • कर्क लग्न में पंचम भाव में वृशिचक राशि आती है I
  • वृशिचक राशि के स्वामी मंगल देवता होते हैं I
  • इसलिए मंगल देव कर्क लग्न वाले जातकों के इष्ट देव बन गए I
  • मंगल देव की पूजा आराधना कर्क लग्न वालों के लिए शुभ फलदायी होती है I

5. सिंह लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • सिंह लग्न में पंचम भाव में धनु राशि आती है I
  • धनु राशि के स्वामी बृहस्पति देवता होते हैं I
  • बृहस्पति देवता सिंह लग्न वाले जातकों के इष्ट देव बने I
  • बृहस्पति देवता की पूजा – अर्चना सिंह लग्न वालों के लिए शुभ फलकारी होती है I

6. कन्या लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • कन्या लग्न में पंचम भाव में मकर राशि आती है I
  • मकर राशि के स्वामी शनि देव होते हैं I
  • शनि देव ही इस लग्न कुण्डली के जातकों के इस्ट देव बन गए I
  • शनि देव का पूजा – पथ कन्या लग्न के जातकों के शुभ फल दायक होता है I

7. तुला लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • तुला लग्न में पंचम भाव में कुम्भ राशि आती है I
  • कुम्भ राशि के स्वामी शनि देव होते हैं I
  • इसलिए तुला लग्न के जातकों के इष्ट देव शनि देव होते हैं I
  • शनि देव की पूजा – आराधना तुला लग्न वालों के लिए शुभ फलदायक होती है I

8. वृश्चिक लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव

  • वृश्चिक लग्न में पंचम भाव में मीन राशि आती है I
  • मीन राशि के स्वामी बृहस्पति देवता हैं I
  • बृहस्पति देवता इस लग्न वाले जातकों के इष्ट देव बने I
  • बृहस्पति देवता की पूजा – अर्चना करना वृश्चिक लग्न वालों के लिए शुभ फलकारी होती है I

9. धनु लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • धनु लग्न में पंचम भाव में मेष राशि आती है I
  • मेष राशि के स्वामी मंगल देव होते हैं I
  • इसलिए मंगल देवता धनु लग्न वालों के इष्ट देव बन गए I
  • मंगल देवता की पूजा – आराधना धनु लग्न वाले जातकों के लिए शुभ फलकारी होती है I

10. मकर लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • मकर लग्न के पंचम भाव में वृष राशि आती है I
  • वृष राशि के स्वामी शुक्र देव माने जाते हैं I
  • इसलिए शुक्र देव उनके इष्ट देव बने I
  • शुक्र देव की पूजा आराधना मकर लग्न वालों के लिए शुभ फलदायी होती है I

11. कुम्भ लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • कुम्भ लग्न के पंचम भाव में मिथुन राशि आती है I
  • मिथुन राशि के स्वामी बुध देव माने जाते हैं I
  • इसलिए बुध देव उनके इष्ट देव बने I
  • बुध देव की पूजा आराधना करना कुम्भ लग्न वालों के लिए शुभ फलदायी होती है I

12. मीन लग्न की कुण्डली के जातक के इष्ट देव –

  • मीन लग्न में पंचम भाव में कर्क राशि आती है
  • कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव होते है
  • इसलिए चंद्र देव मीन लग्न वाले जातकों के इष्ट देव बन गये
  • चंद्र देवता की आराधना करना मीन लग्न वाले जातकों के लिए शुभ फलकारी होती है I

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