5. ग्रहों का विश्लेषण

मारक ग्रह (शत्रु ग्रह) के उपाय

उपाय के चार प्रकार होते हैं | १. जल प्रवाह करना२. दान करना३. रत्न धारण करना४. पाठ पूजन करना कुंडली का पूरी तरह विवेचन करने के बाद ही यह पता लगाया जा सकता है कि किस ग्रह का दान करना है I किस का रत्न धारण करना है और किस ग्रह का पाठ पूजन एवं जल प्रवाह करना है …

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वक्रीय (Retrograde) तथा अस्त (Combust) गृह का क्या अर्थ है ?

सभी ग्रह अपनी चाल चलते – चलते वक्रीय होते हैं परन्तु इस बात को सदैव स्मरण रखना चाहिए कि सूर्य और चन्द्रमा कभी भी वक्रीय नहीं होते हैं l ये सदैव मार्गीय चलते हैं (इसीलिए बीता हुआ समय कभी भी वापस लौटकर नहीं आता है l) वक्रीय ग्रह का सही अर्थ : जब भी कुण्डली …

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उच्च ग्रह तथा नीच ग्रह

उच्च ग्रह : जब कोई ग्रह किसी राशि में सामान्य से अधिक अच्छे फल देने बाध्य हो जाए , तो उसे उच्च का ग्रह कहा जाता है l यदि कुण्डली में योग कारक ग्रह उच्च का होता है तो वह ग्रह सामान्य से अधिक अच्छे फल देने में बाध्य हो जाता है I यदि कुण्डली …

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ग्रहों का विश्लेषण तथा कारक भाव

हमारे सौर्य मंडल में अनगिणत ग्रह हैं l लेकिन हमारे शरीर पर जिन 9 ग्रहों का प्रभाव पड़ता है, ज्योतिष शास्त्र में उन्हीं 9 ग्रहों का अध्यन किया जाता है जो इस प्रकार हैं : सूर्य                                6.   शुक्र चन्द्रमा                            7.   शनि मंगल                              8.   राहु (छाया ग्रह) बुध                                 9.   केतु (छाया ग्रह) गुरु (बृहस्पति) ग्रहों से …

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