6. कन्या लग्न कुण्डली (रोग विश्लेषण)

कन्या लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

शनि देव इस लग्न कुण्डली में रोगेष हैं पर साथ – साथ अधिपति पंचमेष भी हैं l उदय अवस्था के शनि देव यदि 3rd , 6th , 8th और 12th  भाव  मे स्थित है तो उनके दान – पाठ करके रोगों को कम किया जा सकता है l इन भावों में पड़े शनि देव का …

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