5. रोग विश्लेषण

मिथुन लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

मंगल देवता इस जन्म लग्न कुण्डली में 6th भाव के स्वामी हैं और रोगेष हैं l जो लग्नेश बुध के अति  शत्रु हैं l इस लग्न कुण्डली वाले जातको के लिए मूँगा सर्वदा वर्जित माना जाता है l मंगल की वस्तुओं का दान करने से जातक को रोगों को कम करने में सहायता मिलती है …

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वृष लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

शुक्र देवता इस लग्न कुण्डली में रोगेष बने जो 6th भाव के स्वामी भी हैं और लग्नेश भी हैं l अगर शुक्र देवता उदय अवस्था में तीसरे, पांचवे (नीच का), छठे , आठवें और बारहवें भाव मे स्थित हैं तो सर्वदा इसका दान करके हम रोग को कम कर सकतें हैं l इन भावों में …

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मेष लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

मेष लग्न कुण्डली में छठा (6th) भाव के स्वामी बुध देव हैं जो लग्नेश मंगल के अति शत्रु है l मेष लग्न वाले जातक को बुध का पन्ना कभी भी धारण नहीं करना चाहिए l अगर कोई जातक धारण करता है तो उसका रोग बढ़ने का योग बन जाता है l सभी मेष लग्न वाले …

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रोग – विश्लेषण: रोग होने के कारण क्या है ?

आधुनिक समय के भाग – दौड़ एवं वयस्तता भरे जीवन मे प्रत्येक मनुष्य अपनी आकांछाओं और धन – प्राप्ति के पीछे ऐसा वयस्त है कि वह पूर्णतः अपने खान – पान, रहन-सहन और जीवन शैली पर सही ध्यान नहीं दे पता l इसलिए हर मनुष्य अपने स्वास्थय – सम्बन्धी छोटी-छोटी परेशनियों से भी साथ – साथ  …

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